स्थानीय उत्पादों को नवाचार के साथ जोड़कर स्टार्टअप की ओर बढ़ें, विश्वविद्यालय उप-कुलपतियों से बोले राज्यपाल

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शिमला। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए स्थानीय माॅडयूल को बढ़ावा देकर स्थानीय उत्पादों को नवाचार के साथ जोड़कर स्टार्टअप की ओर बढ़ने पर बल दिया है।

राज्यपाल आज छः विश्वविद्यालयों जिसमें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला, बागवानी एवं औद्यानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन, चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर, क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी और अटल मैडिकल एवं रिसर्च विश्वविद्यालय नेरचैक मण्डी के उप-कुलपतियों के साथ राजभवन शिमला में आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत कर रहे थे।

राज्यपाल ने मनोरंजन, शिक्षा और रोजगार पर बल दिया तथा उप-कुलपतियों से अपने अनुभवों को संाझा करने के साथ-साथ उनसे आॅनलाइन शिक्षा पर सुझाव भी आमंत्रित किए।

उन्होंने आॅनलाइन शिक्षा में अध्यापकों और संस्थाओं को पेश आ रही दिक्कतों के बारे में भी पूछा। उन्होंने नवीन माॅडयूलों और पाठ्य सामग्री के अतिरिक्त इनके स्त्रोत की जानकारी को भी सांझा करने को कहा। उन्होंने स्थानीय शैक्षणिक सामग्री विकसित करने पर बल देने के साथ-साथ इसे साझा करने को भी कहा।

दत्तात्रेय ने अध्यापकों और प्रोफेसरों को आॅनलाइन सामग्री पर प्रशिक्षण प्रदान करने पर भी बल दिया। उन्होंने उप-कुलपतियों को ऐसे छात्रों जो 3 से 4 घण्टे फोन तथा कम्प्यूटर पर प्रतिदिन आॅनलाइन पढ़ाई करते हैं तथा इसके अतिरिक्त टीवी और कम्प्यूटर पर भी अपना समय व्यतीत करते हैं पर पढ़ रहे प्रभावों पर भी अपने विचार रखने को कहा।

उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा समेस्टर और वार्षिक परीक्षाओं के आयोजन पर बनाई गई योजना की भी जानकारी ली। लाॅकडाउन और शैक्षणिक संस्थानों के बन्द होने के कारण छात्रों और अभिभावकों को जो समस्याएं पेश आ रही हैं उन्हें दूर करने के लिए अध्यापकों द्वारा की जा सकने वाली सहायता की भी जानकारी ली।

राज्यपाल ने कहा कि राज्य के कठिन और जनजातीय क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या है। उन्होंने ऐसे क्षेत्रों का सर्वे तथा छात्रों का डाटा एकत्रित करने के अतिरिक्त ऐसे छात्रों के लिए वैकल्पिक योजना सुझाने पर बल दिया ताकि इन क्षेत्रों के विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने इस विषय पर रिपोर्ट देने को भी कहा।

बातचीत के दौरान उप-कुलपतियों ने कहा कि उन्होंने आॅनलाइन सुविधा के माध्यम से शत-प्रतिशत पाठ्यक्रम पूरा कर लिया गया है।

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