शिमला। पिछले वर्ष के दौरान राज्य में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD) एप्लिकेशन लॉन्च किया गया। यह पूरे देश के लिए भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक पहल है और एप्लिकेशन को एनआईसी टीम द्वारा विकसित और प्रबंधित किया जा रहा है।
इस परियोजना में मुख्य हितधारक विभाग पुलिस, परिवहन, राजमार्ग और स्वास्थ्य विभाग हैं। इस एप्लिकेशन में अब तक 600 से अधिक दुर्घटनाओं के आंकड़े अपलोड किए जा चुके हैं। भविष्य में मोटर दुर्घटना बीमा दावे का निपटान iRAD के उन्नत संस्करण यानी e-DAR (विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट) द्वारा किया जाएगा।
मंगलवार को हिमाचल पुलिस की ट्रैफिक टूरिस्ट एवं रेलवे इकाई द्वारा iRAD एप्लीकेशन पर ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिला नोडल अधिकारी (एएसपी/डीएसपी), एसएचओ, प्रभारी पुलिस पोस्ट, ट्रैफिक क्लर्क, एनआईसी अधिकारियों के स्तर पर 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भी भाग लिया।
आईआरएडी एप्लिकेशन की बुनियादी कार्यात्मकताओं पर एक परिचयात्मक नोट नरवीर सिंह राठौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, टीटीआर द्वारा दिया गया।
भूपिंदर पाठक परियोजना समन्वयक एनआईसी हिमाचल प्रदेश और अंकुश ठाकुर राज्य रोल आउट प्रबंधक आईआरएडी परियोजना द्वारा iRAD एप्लीकेशन के बुनियादी तौर-तरीकों और मुद्दों के अद्यतन और प्रशिक्षण भाग पर, जिला पुलिस के साथ चर्चा की गई।
यह भी सूचित किया जाता है कि iRAD एप्लीकेशन में दुर्घटना स्थलों से दुर्घटना डेटा अपलोड करने के लिए इस इकाई द्वारा जिला पुलिस को 425 मोबाइल फोन भी प्रदान किए जा रहे हैं।
हिमाचल पुलिस की टीटीआर इकाई लगातार राज्य में सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी पर ध्यान केंद्रित कर रही है, और सड़क सुरक्षा सेल ट्रांसपोर्ट और एनआईसी एचपी के समन्वय में इस तरह की कार्यशालाएं निकट भविष्य में भी आयोजित की जाएंगी और हिमाचल पुलिस की क्षमता निर्माण में मदद करेंगी।