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नेरवा, नोविता सूद। तीन महीने के लम्बे ड्राई स्पेल के बाद शुक्रवार की रात हुई बारिश और बर्फबारी के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है । बारिश और बर्फबारी न होने से बागवानों के बागीचों में तौलिये आदि करने के कार्य रुके पड़े थे।

इस बारिश बर्फबारी के बाद इन कार्यों को करने का रास्ता साफ़ हो गया है। वहीं इस बारिश को अन्य फसलों के लिए भी लाभदायक माना जा रहा है। पर लोगों को राहत के बावजूद कई सड़कों के बंद होने से परेशानी के दौर से भी गुजरना पड़ रहा है।

वहीँ क्षेत्र में बर्फबारी के बावजूद विद्युत् व्यवस्था के बहाल रहने से लोगों ने राहत की साँस ली है। बता दें कि ऐसा पहली बार है जब बर्फबारी के बावजूद नेरवा और चौपाल क्षेत्र में बिजली बहाल है। ऐसा लास्टाधार 66 केवीए सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति शुरू होने की वजह से संभव हो पाया है।

उपमंडल चौपाल के तहत शिमला-चौपाल मुख्य मार्ग सहित करीब अढ़ाई दर्जन सड़कें बंद हो गई है । बर्फवारी से सड़कों पर फिसलन के मद्देनजर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।

एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने लोगों से अपील की है कि बर्फीली सड़कों पर वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं एवं जब तक अति आवश्यक न हो इन सड़कों पर वाहन चलाने से परहेज करें। उन्होंने कहा कि बर्फबारी से निबटने के लिए सभी विभागों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है, ताकि लोगों को इस दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

चौपाल-शिमला मुख्य मार्ग शुक्रवार को ही वाहनों की आवाजही के लिए बंद हो गया था, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रात भर बर्फवारी होने से लोक निर्माण उपमंडल चौपाल,नेरवा और कुपवी के तहत आने वाले थुंदल- पुलबाहल, सरांह- झोखड़, मडौग, माटल, देवत, लाणी, बमटा, नावी,शिल्ला, पौड़िया, पेदग, कुपवी, भालू, मालत, देइया, जुबली,चड़ौली एवं धार चांदना आदि शामिल है। लोक निर्माण विभाग बंद पड़े मार्गों को खोलने में जुटा हुआ है।

सहायक अभियंता लोक निर्माण उप मंडल चौपाल प्रेम अमरेट ने बताया कि चौपाल-शिमला सड़क को शीघ्र बहाल करने के लिए देहा और चौपाल दोनों तरफ से मशीनरी और लेबर लगा कर युद्धस्तर पर कार्य जारी है तथा इसको शीघ्र ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

अधिकांश संपर्क मार्गों पर भी लेबर और मशीनरी तैनात कर दी गई है, इन्हें भी शीघ्र ही यातायात के लिए बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

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