साहसिक और नैसर्गिक पर्यटन के अलावा होमस्टे चंबा जिला के पर्यटन को देंगे नए पंख: हंसराज

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चंबा। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि चंबा जिला में नैसर्गिक और साहसिक पर्यटन की बहुत बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं।

विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह बात आज चुराह विधानसभा क्षेत्र के तहत चंबा- तीसा- पांगी सड़क मार्ग पर कियाणी में निर्मित होने वाले भव्य स्वागत द्वार की आधारशिला रखने के बाद कही।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नैसर्गिक और साहसिक पर्यटन के अलावा जिले में उपलब्ध होमस्टे की सुविधाएं इस क्षेत्र के पर्यटन परिदृश्य को नए पंख देंगी और स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के नए अवसर हासिल होंगे।

उन्होंने कहा कि समूचेे जिला में वर्तमान में करीब दो सौ होमस्टे पंजीकृत किए जा चुके हैं। इनमें जनजातीय पांगी और भरमौर के क्षेेत्र भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चुराह घाटी में भी ना केवल होमस्टे पंजीकृत हो रहे हैं बल्कि स्थानीय लोग अब होटल और रेस्टोरेंट के निर्माण की तरफ भी अपना रुझान बढ़ा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी महामारी कोविड- 19 के चलते हिमाचल प्रदेश में भी पर्यटन व्यवसाय पर असर पड़ा है। लेकिन जल्द ही पर्यटन दोबारा रफ्तार पकड़ेगा और पहलेे की भांति प्रदेश पर्यटन आधारित आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना पर्यटन विकास और स्वाबलंबन में भी अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने विशेषकर युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का पूरा लाभ उठाएं।

विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताया कि कियाणी में लोक निर्माण विभाग द्वारा 32 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले इस स्वागत द्वार को चुराही और चंबयाली शैली व लोक संस्कृति के परिचायक के रूप में भी प्रस्तुत किया जाएगा। स्वागत द्वार 14 मीटर चौड़ा जबकि 7 मीटर ऊंचा बनेगा।

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