बाहरी लोगों के लिए प्रदेश की सीमाएं खोलने वाले सरकार के निर्णय पर कांग्रेस ने उठाये सवाल

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शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में कोविड-19 के चलते बाहरी लोगों को प्रदेश की सीमाएं खोलने के सरकार के निर्णय को सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र के दबाब में यह गलत फैसला लिया है।

उन्होंने कहा कि केंद्र ने प्रदेश सरकार के आग्रह के विपरीत यह फैसला लिया है जो आने वाले समय मे प्रदेश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख सकी।

उन्होंने कहा कि कोरोना माहमारी से अब तक देश में 7 लाख से अधिक संक्रमित हुए हैं जबकि 20 हजार से अधिक लोग मौत का शिकार बने हैं।

उन्होंने कहा कि इसी तरह प्रदेश जो एक समय पूरी तरह संक्रमण मुक्त था, आज 1077 लोग संक्रमित हो गए हैं जबकि 11 लोग मौत का शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब प्रदेश सरकार की खामियों की वजह से हुआ।

राठौर ने कहा कि अगर समय रहते राहुल गांधी की चेतावनी पर गौर किया होता तो देश की आज यह स्थिति न होती, पर उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमस्ते ट्रम्प और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार तोड़ने और अपनी भाजपा की सरकार का तानाबाना बुनने में लगे थे।

राठौर ने कहा कि देश में लॉक डाउन से क्या हासिल हुआ। आज देश प्रदेश में जो इसके संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है, वह बहुत ही चिंता का विषय है।

राठौर ने प्रदेश की सीमाएं पर्यटकों के लिए खोलने के निर्णय पर हैरानी जताते हुए कहा कि आधे अधूरे प्रबंधों के साथ ऐसा निर्णय प्रदेश के लिए घातक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश एक पर्यटक स्थल है।

अधिक्तर होटल ग्रामीण क्षेत्रों में ही हैं। ऐसे में अगर इन क्षेत्रों में संक्रमण फैलता है तो स्थिति भयानक हो सकती है,जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं भी पूरी नहीं हैं।

राठौर ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अपने सामाजिक दायित्व के तहत 9 से 16 जुलाई तक प्रदेशभर में वृक्षारोपण का आयोजन करेगी।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी अपने सभी ब्लॉकों में इसका आयोजन करेगी। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई को वह खुद शिमला के क्लिस्टन में इस पौधरोपण का शुभारंभ करेंगे।

राठौर ने मुख्यमंत्री से बागवानों की लेबर समस्या का भी जल्द दूर करने की मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश में पांच हजार करोड़ की आर्थिकी कहीं सरकार की बेरुखी से चौपट न हो जाये।

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